
PM Matru Vandana Yojana – भारत सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य, देखभाल एवं आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की शुरुआत की गई है। यह योजना विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए लाई गई है। योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को पोषण, स्वास्थ्य देखभाल, आवश्यक सुविधाएं तथा गर्भावस्था के दौरान आवश्यक विश्राम प्रदान करना है।
इस लेख के माध्यम से हम आपको इस योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे, जैसे— योजना का उद्देश्य, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज, लाभ एवं आवेदन प्रक्रिया आदि।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का विवरण:
विभाग का नाम | महिला एवं बाल विकास मंत्रालय |
लेख का नाम | PM Matru Vandana Yojana |
लेख का टाइप | सरकारी योजनाएं |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
लाभ | ₹6000/ |
आयु | कम से कम 19 वर्ष कि महिला |
Official Website | Click Here |
PM Matru Vandana Yojana क्या है?
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा जनवरी 2017 में की गई थी। इस योजना को केंद्र सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को उचित पोषण एवं आर्थिक सहायता प्रदान करना है, ताकि गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को स्वयं तथा अपने बच्चे की देखभाल और पालन-पोषण में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को पूर्व में ₹5,000 की धनराशि सहायता स्वरूप प्रदान की जाती थी, जिसे अब बढ़ाकर ₹6,000 कर दिया गया है। इसका उद्देश्य महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना है, ताकि बच्चों को भी बेहतर पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
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PM Matru Vandana Yojana- प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का उद्देश्य
PM Matru Vandana Yojana (PMMVY) का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल करना है। इसके अतिरिक्त, इस योजना के अन्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- गर्भावस्था के दौरान आर्थिक सहयोग:
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को उनकी आय में हुई क्षति की आंशिक भरपाई हेतु आर्थिक सहायता प्रदान करना। - शिशु एवं मातृ स्वास्थ्य में सुधार:
आवश्यक पोषण और विश्राम की सुविधा के माध्यम से माताओं और शिशुओं के स्वास्थ्य में सुधार लाना। - शिशु मृत्यु दर में कमी:
समय पर पोषण और देखभाल मिलने से नवजात शिशु की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार होता है, जिससे जन्म के समय शिशु मृत्यु दर में कमी लायी जा सकती है। - महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना:
इस योजना के तहत दी जाने वाली आर्थिक सहायता से महिलाओं को स्वास्थ्य, पोषण और आत्मनिर्भरता की दिशा में सहयोग मिलता है, जिससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलता है।
PM Matru Vandana Yojana के लाभ
इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को कई महत्वपूर्ण लाभ प्रदान किए जाते हैं, जो उनके स्वास्थ्य, पोषण और सशक्तिकरण से संबंधित हैं:
- आर्थिक सहायता:
PM Matru Vandana Yojana के तहत गर्भवती महिलाओं को ₹5,000 की आर्थिक सहायता तीन किश्तों में प्रदान की जाती है, जिससे वे गर्भावस्था के दौरान आवश्यक देखभाल कर सकें। - स्वास्थ्य एवं पोषण:
योजना का उद्देश्य महिलाओं और शिशुओं के लिए उचित पोषण एवं स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करना है, जिससे गर्भावस्था और प्रसव दोनों सुरक्षित हों। - विश्राम की सुविधा:
गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान एवं शिशु के जन्म के पश्चात पर्याप्त आराम और विश्राम की सुविधा मिलती है, जिससे उनका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है। - शिशु मृत्यु दर में कमी:
गर्भवती महिला की समुचित देखभाल से स्वस्थ शिशु का जन्म संभव होता है, जिससे जन्म के समय शिशु मृत्यु दर में कमी आती है। - महिला सशक्तिकरण:
आर्थिक सहायता के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर और सशक्त बनती हैं। यह सहायता उन्हें निर्णय लेने की क्षमता और अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाती है।
PM Matru Vandana Yojana की पात्रता
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए महिलाओं को निम्नलिखित पात्रताओं को पूरा करना अनिवार्य है:
- आयु सीमा:
19 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। - पहली गर्भावस्था पर लाभ:
यह योजना प्रथम बार गर्भवती होने वाली महिलाओं के लिए है। पहली बार गर्भवती महिला को योजना का पूर्ण लाभ प्रदान किया जाता है। - दूसरी बार गर्भवती होने पर शर्त:
यदि महिला दूसरी बार गर्भवती है, तो उसे योजना का लाभ केवल कन्या संतान की प्राप्ति की स्थिति में ही मिलेगा। - अन्य सरकारी योजनाओं से लाभ नहीं:
महिला को किसी अन्य सरकारी योजना के अंतर्गत मातृत्व लाभ प्राप्त नहीं हुआ होना चाहिए। यदि किसी अन्य योजना से लाभ लिया गया है, तो इस योजना के लिए वह पात्र नहीं होगी। - बैंक खाता और आधार कार्ड:
लाभ प्राप्त करने के लिए महिला के पास स्वयं के नाम से बैंक खाता और आधार कार्ड होना अनिवार्य है।
PM Matru Vandana Yojana के लिए आवश्यक दस्तावेज
PM Matru Vandana Yojana में आवेदन करने के लिये आवश्यक दस्तावेज़ निम्नलिखित हैं:
- गर्भवती महिला और उसके पति का आधार कार्ड
- बैंक खाते की डिटेल
- मोबाइल नंबर
- मातृत्व एवं सुरक्षा कार्ड
- शिशु का जन्म प्रमाण पत्र
- शिशु का टीकाकरण कार्ड
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PM Matru Vandana Yojana – प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में आवेदन की प्रक्रिया
PM Matru Vandana Yojana में आवेदन प्रक्रिया बहुत ही आसान है। ऑनलाइन आवेदन करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स का पालन करें:

- सबसे पहले महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। click here
- होमपेज खुलने पर “न्यू यूज़र पंजीकरण” के विकल्प पर जाएं।
- अब यहाँ पर मांगी गई जानकारी जैसे: नाम, पता, अन्य विवरण भरें।
- रजिस्टर का बटन दबाकर पंजीकरण करें।
- अब आपको रजिस्ट्रेशन यूज़र आईडी और पासवर्ड प्राप्त हो जाएगा।
- अब योजना में आवेदन करने के लिए आवेदन फॉर्म भरा जाएगा।
- आवेदन फॉर्म भरने के लिए “PMMVY Apply Online” लिंक पर क्लिक करें।
- सभी जानकारियाँ जैसे गर्भावस्था की स्थिति, व्यक्तिगत विवरण, और बैंक खाते की जानकारी दर्ज करें।
- मांगे गए जरूरी दस्तावेज़ स्कैन करके अपलोड करें, जैसे: स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, बैंक खाते की पासबुक, आधार कार्ड आदि।
- संपूर्ण जानकारी भरने के बाद “सबमिट” बटन दबाकर फॉर्म को जमा करें।
- फॉर्म सबमिट करने के बाद रसीद का प्रिंटआउट निकालें।
यदि कोई महिला स्वयं ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पा रही है, तो वह अपने आसपास के आंगनवाड़ी केंद्र या आशा कार्यकर्ता की सहायता से ऑफलाइन आवेदन भी करवा सकती है।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के महत्वपूर्ण तथ्य:
- प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में गर्भवती महिलाओं को ₹6000 की आर्थिक सहायता दी जाती है।
- प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ पहली बार गर्भवती हुई महिला को ही मिलता है।
- इस योजना के अंतर्गत लाभ लेने के लिए महिला को स्वास्थ्य प्रमाण पत्र एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।
- यह योजना महिलाओं को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करती है तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य करती है।
निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना देश की महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर लाई गई एक कल्याणकारी योजना है, जिसमें गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे वे एक सुरक्षित और स्वस्थ जीवन जी पाएं।
महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार होने से एक स्वस्थ शिशु का जन्म होता है, जिससे शिशु मृत्यु दर में बहुत कमी आएगी। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए सरकार का यह एक सकारात्मक कदम है।
यदि आप भी इस योजना की पात्र हैं, तो ऑनलाइन आवेदन करके योजना का लाभ उठा सकती हैं।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के बारे में पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्न:
1. प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना से क्या लाभ है?
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य एवं देखभाल के लिए ₹6000 की आर्थिक सहायता दी जाती है।
2. प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का उद्देश्य क्या है?
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा करना, महिला सशक्तिकरण को बढ़ाना एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है।
3. प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की आवेदन प्रक्रिया क्या है?
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है। आवेदन करने वाली महिला स्वयं सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकती है। जो महिलाएं स्वयं आवेदन करने में सक्षम नहीं हैं, वे अपने आसपास के आंगनवाड़ी केंद्र या आशा कार्यकर्ता के पास जाकर ऑफलाइन आवेदन कर सकती हैं।
4. प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की पात्रता क्या है?
- महिला की आयु कम से कम 19 वर्ष होनी चाहिए।
- पहली बार गर्भवती हुई महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलता है।
- दूसरी बार गर्भवती हुई महिलाओं को केवल कन्या शिशु होने पर ही आर्थिक सहायता का लाभ मिलेगा।
5. प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की शुरुआत कब हुई?
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनवरी 2017 में की गई थी।